केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने Ethanol Blend Fuel (E20 Petrol) पर उठे सवालों को खारिज करते हुए कहा कि उनका दिमाग ही 200 करोड़ रुपये महीना का है और वे पैसों के लिए काम नहीं करते. गडकरी ने साफ किया कि उनकी कोशिशें किसानों के हित में हैं और जब तक किसान समृद्ध नहीं होंगे, प्रयास जारी रहेंगे. सुप्रीम कोर्ट ने भी एथेनॉल फ्यूल को लेकर अनिवार्यता वाली याचिका खारिज कर दी है. सरकार इसे पेट्रोल का सस्ता और स्वच्छ विकल्प मानती है.