बरेली के दोहना गांव के पास कुछ शरारती तत्वों ने टनकपुर से बरेली जा रही पैसेंजर ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की. रात करीब 12 बजे जब टनकपुर-बरेली पैसेंजर ट्रेन दोहरा स्टेशन के पास पहुंची, तभी लोको पायलट को ट्रैक क्लियर न होने का शक हुआ और उन्होंने ट्रेन रोक दी. जब उन्होंने आगे जाकर देखा तो पाया कि ट्रैक की कैंची में बड़े पत्थर फंसे थे. इसके अलावा दो जगहों पर OHE अर्थ लाइन का लोहे का एंगल भी पटरी पर रखा गया था. लोहे के अन्य टुकड़े भी ट्रैक पर रखे गए थे, जिससे ट्रेन किसी भी तरह पटरी से उतर जाए.