मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि वंदे मातरम और इलेक्टोरल रिफॉर्म जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हमेशा गंभीर और तर्कसंगत होनी चाहिए. ये ऐसे विषय हैं जिन पर नॉनसेंस और गैर-गंभीर तरीके से बात नहीं की जा सकती. इन्हें तथ्य और तर्क आधारित दृष्टिकोण से समझना और बात करना आवश्यक है ताकि सही समाधान निकाले जा सकें. इस संदर्भ में, सभी को जिम्मेदाराना और सूझ-बूझ वाली बातचीत करनी चाहिए.