मनीष तिवारी ने चुनाव से पहले सरकारी पैसे द्वारा सीधे कैश ट्रांसफर को बंद करने का अनुरोध किया है क्योंकि यह पूरी तरह से लोकतंत्र के खिलाफ है। यह प्रक्रिया चुनाव को प्रभावित करती है और निष्पक्ष चुनाव की भावना को कमजोर बनाती है। इसलिए चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए इस व्यवस्था को खत्म करना आवश्यक है।