धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि मदरसों की शिक्षा नीति में कहीं न कहीं गड़बड़ी है और इसे सुधारने की आवश्यकता है। भारत के मुसलमानों और मौलवियों से अपील की जाती है कि वे अपने युवाओं को मानवता, राष्ट्रीयता और भारतीयता की शिक्षा प्रदान करें।