तीसरी महत्वपूर्ण बात जो नड्डा जी ने कही वह कानून व्यवस्था है, जिस पर वे आक्रामक रहे। मुकामा हत्याकांड ने भी कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। नड्डा ने जंगल राज के दौर को याद करते हुए बताया कि उस समय स्टेट मशीनरी लाव एंड ऑर्डर को प्रभावित करती थी। कई गंभीर अपराध जिनमें रेप, अपहरण और हत्या शामिल थे, दबाए गए। जब अपराध होते थे तो उनका रफा दफा सरकारी मदद से किया जाता था। उनकी बातों में यह साफ हुआ कि पुलिस और प्रशासन ने मुकामा में दोषियों पर कार्रवाई की है और कानून लागू हो रहा है। उन्होंने कहा कि वे किसी के साथ भेदभाव नहीं करते और कानून के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे। महागठबंधन के समय की सच्चाई उजागर करते हुए नड्डा ने कहा कि उस दौर में कहीं न कहीं व्यवस्था कमजोर थी लेकिन अब ऐसी स्थिति नहीं आने देंगे और अच्छी छवि वाले लोगों को चुनाव में लाने की कोशिश रहेगी।