पिछले एक दशक में खालिस्तानी गुट ज्यादा आक्रामक होने लगे. इसके साथ ही वे अपने पुराने साथी को रिहा करने की मांग भी ज्यादा जोरशोर से करने लगे. जानिए इसके पीछे की वजह.