दुनिया एक और युद्ध का गवाह बनने की दहलीज पर है.अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप प्रशासन को डर है कि अगर ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर वाशिंगटन और तेहरान के बीच चल रही बातचीत विफल हो जाती है, तो इजरायल अमेरिका की सहमति के बिना ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला कर सकता है