बिहार पहले जंगलराज की स्थिति में था जहाँ लगभग पंद्रह साल तक विकास दर केवल साढ़े तीन से चार प्रतिशत के बीच थी. उस समय यहाँ व्यापारी सुरक्षित नहीं थे, अपहरण और रंगदारी का व्यवसाय खूब फल-फूल रहा था.