छह दिसंबर को गोवा अग्निकांड में हुई मौतें केवल एक दुर्घटना नहीं थीं बल्कि यह लापरवाही और नियमों की अनदेखी का परिणाम था. क्लब में अचानक लगी आग ने वहां मौजूद लोगों की जान लेने का काम किया. आग तेजी से फैल गई क्योंकि क्लब का प्लास्टिक और बांस का ढांचा जलनशील था. इसी वजह से पच्चीस लोगों की मौत हो गई.