द रेजिस्टेंस फ्रंट जम्मू-कश्मीर में एक्टिव है. ये लश्कर-ए-तैयबा की एक तरह से ब्रांच है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाए जाने के बाद टीआरएफ एक ऑनलाइन यूनिट के रूप में शुरू हुआ था. माना जाता है कि टीआरएफ को बनाने का मकसद लश्कर जैसे आतंकी संगठनों को कवर देना है. इसके बैकडोर से पाकिस्तानी सेना और ISI खुलकर सहयोग करती है.