राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी के बाद 'जी राम जी' विधेयक अब कानून बन चुका है. इस कानून के बनने के बाद विपक्ष की तरफ से विपक्ष ने कई सवाल उठाए और नाम बदलाव को लेकर नाराजगी जाहिर की. हालांकि तमाम विवादों और सवालों के बीच यह कानून संसद से पारित होकर अब लागू हो चुका है.