18वीं लोकसभा का गठन हो चुका है. ऐसे में सवाल है कि चुनाव खत्म होने के बाद चुनाव आयोग क्या करता है. तो बता दें कि राजनीतिक पार्टियों से जुड़े किसी भी तरह के विवाद सुलझाने का जिम्मा चुनाव आयोग का होता है. राजनैतिक दलों को नाम और चुनाव चिन्ह बांटने का काम भी चुनाव आयोग ही करता है. कौन सी पार्टी नेशनल होगी और कौन सा दल क्षेत्रीय, ये तय करने का हक भी चुनाव आयोग के पास है.