प्रियंका गाँधी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने इस चर्चा की शुरुआत की और भाषण दिया. उनका भाषण अच्छा होता है, हालांकि थोड़ा लंबा हो जाता है. एक कमजोरी है, जो यह है कि सही तथ्यों के साथ बोलना चाहिए.