यह खबर भारत में दहेज प्रथा के खिलाफ एक महत्वपूर्ण संदेश देती है. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में अवधेश राणा नाम के दूल्हे ने शादी में मिलने वाले इकत्तीस लाख रुपये की रकम हाथ जोड़कर लौटाई और केवल एक रुपये के शगुन को स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि लड़की के पिता की मेहनत की कमाई को वे स्वीकार नहीं कर सकते. यह कदम दहेज प्रथा को समाप्त करने की जरूरत को दर्शाता है, जिसे कई परिवार आज भी अपने बेटे को देना चाहते हैं और यह कुप्रथा देश में प्रतिवर्ष हजारों मामलों का कारण बनती है.