मध्यप्रदेश में बच्चों के बीच कुपोषण एक गंभीर समस्या बन चुकी है जिसे अब केंद्र सरकार भी स्वीकार कर रही है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस मुद्दे पर कहा कि प्रदेश में लगभग एक करोड़ पचास लाख स्कूल बच्चे हैं जिनमें से करीब पचास लाख बच्चे पांचवीं क्लास तक कुपोषित हैं. ये बच्चे खानपान की कमी से जूझ रहे हैं.