बंगाल की स्थिति में विभिन्न समुदायों जैसे हिंदू, क्रिश्चियन, सिख और मुसलमानों के साथ अन्याय की बात सामने आ रही है. हिंदू समुदाय को विशेष रूप से पहले से अलग किया जा रहा है. पूजा करने में भी दिक्कतें आ रही हैं और बंगाली भाषा सिखाने के लिए मांगे जाने पर भी ठोकर लगती है. मुसलमानों की प्रगति के लिए भी विशेष कमिटी बनाई गई थी परंतु कार्य केवल उनके क्रिमिनलाइजेशन का रूप ले चुका है.