दिल्ली धमाके की साजिश करीब दो साल से तैयार की जा रही थी. यह योजना पुलवामा से शुरू होकर हरियाणा के फरीदाबाद तक फैली. फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी आतंकियों का केंद्र बन गई जहां इस खतरनाक साजिश की रूपरेखा बनाई गई. यहां यह तय हुआ कि विस्फोटक कैसे जुटाए जाए, कहा से लाए जाए और उन्हें कहा छुपाया जाए.