दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में धर्म, जाति और प्रांत की सीमाओं को पार करते हुए वंदे मातरम गीत ने देश को एक सूत्र में बांधने का महत्वपूर्ण काम किया। यह गीत भारतीय राष्ट्रवाद, आजादी की लड़ाई और भारतीयता के आध्यात्मिक इतिहास में एक अद्वितीय स्थान रखता है।