कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने जी राम जी बिल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होनें कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि देश के राष्ट्रपिता जिन्होनें इस देश के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया, जिस तरह से उनका नाम मनरेगा के विधेयक से हटाया गया है, इससे दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय काम और कुछ नही हो सकता.