महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 16 जुलाई को विधान परिषद में अपने पुराने साथी रहे उद्धव ठाकरे को सत्ता पक्ष में शामिल होने का प्रस्ताव देकर राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी. हालांकि, इस प्रस्ताव पर पूरे सदन ने चुटकी ली, लेकिन उद्धव ठाकरे ने चुप्पी साध ली.