पांच साल पहले जो चक्रव्यूह मेरे लिए रचा गया था, वह मेरे ऊपर गहरा असर छोड़ गया. उस समय मुझे पूरी तरह से कॉर्नर कर दिया गया था. आज लगता है कि वही तमाम परिस्थितियाँ अब उनके साथ घटित हो रही हैं. वे अपनी पार्टी में अलग-थलग पड़ गए हैं और अपने ही परिवार के लोग भी उन्हें अलग करने लगे हैं. कभी उन्होंने मुझे, जो किसी और का बेटा था, पार्टी से बाहर किया था.