अधिकारियों को स्पीड निर्धारण की ट्रेनिंग दी गई है ताकि वे स्वयं सर्वे कर गति सीमा तय कर सकें. जगह-जगह स्पीड लिमिट के बोर्ड लगाए गए हैं और अन्य आवश्यक छोटे-छोटे कार्यों को भी समय पर पूरा किया जा रहा है. यात्रा इस बार 30 अप्रैल से शुरू होगी. गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट इसी दिन खुलेंगे, जबकि केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई और बद्रीनाथ के 12 मई को खोले जाएंगे.