बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य एक बार फिर अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं. आचार्य ने कहा कि 'भारत में सूर्य को साक्षी मानकर शादी के फेरे हुआ करते थे, लेकिन जबसे भारत में मुगलों ने आक्रमण किया, उसके बाद से दिन में फेरे की रस्म होना बंद हो गई क्योंकि तब मुगल बहन-बेटियों को उठाकर ले जाते थे'. 'इसलिए उनसे छिपाकर रात में फेरे की रस्म शुरू हुई'.