1987 में राजीव गांधी के आईएनएस विक्रांत दौरे का जिक्र और चर्चा गर्म हो गई है. बीजेपी ने साफ किया है कि पिछले ग्यारह सालों में मोदी अलग-अलग जगहों पर जाकर जवानों के साथ दिवाली मनाते आए हैं. बीजेपी ने यह भी बताया है कि आईएनएस विक्रांत टैक्सदाताओं के पैसों से बना है, जबकि इसे राजीव गांधी परिवार के निजी यॉट की तरह इस्तेमाल किया जाता था.