काशीमठ के हरिद्वार पीठ ने रामलला को समर्पित किया 167.4 किलोग्राम चांदी और 47.8 ग्राम सोना. चांदी का उपयोग गर्भगृह के दरवाजे और खिड़कियों में होगा तो सोने के होंगे आभूषण और माला.