पिछले डेढ़ सालों में बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमले और मंदिरों की तोड़फोड़ में वृद्धि हुई है. शेख हसीना सरकार के अंत और मोहम्मद युनूस की सरकार के आने के बाद कानून व्यवस्था बिगड़ी है जिससे कट्टरपंथी ताकतें मजबूत हुई हैं.