ओवैसी ने अल्पसंख्यक मुसलमानों से एक महत्वपूर्ण अपील है कि वे केवल वोटर बनकर सीमित न रहें बल्कि अपने नागरिक अधिकारों के प्रति जागरूक बनें. उत्तर प्रदेश और बिहार में कई बार उन्हें धोखे में रखा गया है जिससे उनके सपने टूटे हैं. इसलिए अब समय है कि वे न केवल वोट डालें बल्कि अपने समुदाय की सशक्त नेतृत्व करें और वोट लेने वालों से वोट मांगने की बजाय खुद नेतृत्व का हिस्सा बनें.