यह चर्चा विपक्ष के नेताओं द्वारा चुनाव को लेकर किए जा रहे विरोधाभासों पर है. ममता दी का कहना है कि वे चुनाव में हस्तक्षेप नहीं होने देंगी जबकि कुछ नेता चुनाव फॉर्म भरने और वोटर लिस्ट साफ करने की बात कर रहे हैं. चुनाव आयोग ने भी सभी से फॉर्म भरवाने का आग्रह किया है. एक राज्य में चुनाव को लेकर विरोध है जबकि दूसरे में अच्छे से कराने की मांग है. पिछले चुनावों में वोट कटने की घटनाओं पर भी चर्चा हुई जिसमें समाजवादी पार्टी के वोटर प्रभावित हुए थे.