7 अगस्त सावन की कामिका एकादशी की व्रत पूजा ज़रूर करनी चाहिए. बहुत अच्छा अवसर आया है. इससे भगवान शिव, विष्णु और हनुमान का वरदान मिलता है. सावन के महीने में यह कामिका एकादशी लाभ पहुंचाती है. मंगलवार की एकादशी है. चन्द्रमा वृष राशि में उच्च का है. चन्द्रमा का रोहिणी नक्षत्र है. कामिका एकादशी में व्रत करने से धन दौलत मिलती है. सभी दीर्घायु होते हैं, चोट नहीं लगती है. कोई दुर्घटना नहीं घटती, दुर्घटना से हाथ, पैर और शरीर साफ़-साफ़ बच जाते हैं. यहाँ तक कि टूटा हुआ अंग भी ठीक हो जाता है. कामिका एकादशी का व्रत करने से विष्णु भगवान प्रसन्न होकर खूब धन देते हैं. सावन मास में 2 एकादशी आती है. कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामिका एकादशी बोलते हैं.
कैसे करें कामिका एकादशी की पूजा
सुबह गंगाजल डालकर स्नान करें और
सफ़ेद वस्त्र पहनें
एक कलश की स्थापना करें
कलश के ऊपर आम के पल्लव , नारियल
लाल चुनरी बांधकर रखे
इसमें विष्णु भगवान की व्रत -पूजा की जाती है
धूप दीपक जलाकर बर्फी , खरबूजा और आम का
भोग लगाए
और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का जाप करें
यह व्रत अगले दिन पूजा पाठ करके ही
खोला जाता है और तब तक सिर्फ फलाहार
ही करते है
सावन का दूसरा मंगलवार क्यों ख़ास है
सावन का दूसरा मंगलवार कल्याणकारी है
पवित्र सावन के महीने शुभ दिन शुरू होगा
सभी का कल्याण होगा, संकट खत्म होंगे
संकट कभी नहीं आएगा
दुर्घटना से बचाव होगा
बच्चे को हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए
हनुमान जी भी शिव जी के रूद्रावतार हैं
सभी को हनुमान की कृपा मिलेगी
मंगलवार को सर्वार्थ सिद्धि योग भी है
हनुमान जी से जो मांगोगे --सब मिलेगा
हनुमान जी चमेली का तेल और नारंगी सिंदूर चढ़ाएं
बेलपत्र की माला पहनाए --लड्डू और खीर का भोग लगाएं
कुंडली के मंगल दोष का निवारण
ऐसा मंगल दोष विवाह में देर करवाएगा
वैवाहिक जीवन में क्लेश करेगा
क्लेश से तलाक की नौबत आएगी
मंगल बहुत खर्च करवाएगा
कंगाल बना देगा
कोई अपराध भी करवा सकता है
मुक़दमे में फंसवा सकता है
जेल की हवा खिला सकता है
उपाय-
माँ मंगला गौरी यानी माँ पार्वती को नारंगी सिंदूर
घी में घोलकर चढ़ाएं , लड्डू चढ़ाये , नारंगी वस्त्र चढ़ाएं
मंगलवार का व्रत करें,
सौंफ या लाल मसूर दाल का दान करें. मांसाहारी भोजन ना करें