राजस्थान में महिलाओं को मुफ्त सैनिटरी पैड उपलब्ध कराने वाली उड़ान योजना पिछले आठ से नौ महीने से केवल कागजों पर है, जिसके कारण 11 से 45 वर्ष की महिलाएं और लड़कियां मुफ्त सैनिटरी नैपकिन से वंचित हैं. मुफ्त पैड न मिलने के कारण ग्रामीण महिलाएं कपड़े का उपयोग करने को मजबूर हैं, जिससे शरीर में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है और उन्हें आर्थिक व स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.