राजस्थान के जोधपुर जिले में एक अनोखी और चर्चित शादी देखने को मिली, जब एक किसान के बेटे की बारात 121 ट्रैक्टरों पर सवार होकर दुल्हन के घर पहुंची. यह अनोखी बारात इतनी खास थी कि उसे देखने के लिए आस-पास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग जुट गए. गांव में चर्चा का विषय बन गई यह बारात अब सोशल मीडिया पर भी सुर्खियां बटोर रही है.
दुल्हन ट्रैक्टर से घर आई
तेजासर बरसिंगों के बास केरला गांव निवासी ओमप्रकाश पुत्र बाबूराम मायला की शादी की यह बारात जोधपुर की आऊ तहसील से धर्म सागर जेरिया गांव पहुंची. खास बात यह रही कि दूल्हा ओमप्रकाश खुद ट्रैक्टर चलाकर बारात लेकर पहुंचा और शादी के बाद दुल्हन पुष्पा को उसी ट्रैक्टर से विदा कराकर अपने घर ले गया. दूल्हा-दुल्हन के गांव के बीच 15 किलोमीटर का फासला है.
पिला चावल देकर बारात चलने का न्योता
इस खास मौके पर पुराने जमाने की परंपरा को भी जीवित किया गया. दूल्हे के परिजनों ने बताया कि पहले समय में बारात बैलगाड़ी और ऊंटों पर जाया करती थी. अब जबकि आधुनिक समय में लग्जरी कारों का चलन बढ़ गया है, उन्होंने इस बारात को खास बनाने के लिए ट्रैक्टरों को चुना. बारातियों को पारंपरिक अंदाज में पिला चावल देकर न्योता दिया गया, जो गांवों में एक विशेष परंपरा मानी जाती है.
यह ट्रैक्टर बारात न केवल विवाह समारोह की एक यादगार घटना बन गई, बल्कि ग्रामीण संस्कृति और परंपराओं की जीवंत झलक भी दिखा गई.