राजस्थान के अलवर में पुलिस ने सस्ते लैपटॉप बेचने के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है. यह गिरोह खेतों में बैठकर सोशल मीडिया और मोबाइल के जरिए पढ़े-लिखे लोगों को निशाना बनाकर ठगी करता था. आरोपी महज 1550 में लैपटॉप देने का झांसा देते थे और 299 में बुकिंग करवाकर लोगों से पैसे ऐंठते थे.
बुकिंग के नाम पर ठगी
सदर थाना पुलिस को इस गिरोह के बारे में मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम मुंडिया खेड़ा चिरखाना क्षेत्र में कुछ युवक ठगी की योजना बना रहे हैं. सूचना के आधार पर पुलिस ने मौके पर दबिश दी और तीन युवकों को पकड़ा, जिनमें दो नाबालिग शामिल हैं. गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी की पहचान नावेद पुत्र हनीफ निवासी मुंडिया खेड़ा चिरखाना के रूप में हुई है.
पुलिस ने आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया है, जिसमें ठगी से जुड़े कई सबूत मिले हैं. शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपी और उसके साथी लोगों को ऑनलाइन या फोन कॉल के जरिए सस्ते लैपटॉप की स्कीम बताते थे और 299 रुपये की शुरुआती बुकिंग राशि मांगते थे. इसके बाद न तो लैपटॉप भेजा जाता था और न ही कॉल्स का जवाब दिया जाता था.
खेतों में बैठ कर करते थे फ्रॉड
इस गिरोह ने खासकर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के ऐसे लोगों को निशाना बनाया जो तकनीक से कम परिचित थे और सस्ते इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लालच में जल्दी फंस जाते थे. पुलिस के मुताबिक, इस गैंग के खिलाफ पहले भी साइबर ठगी की शिकायतें मिल चुकी थीं.
सदर थाना प्रभारी रमेश सैनी और विजय मंदिर थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को पकड़ा. पुलिस अब आरोपियों के नेटवर्क, बैंक खातों और अन्य तकनीकी माध्यमों की जांच कर रही है. संभावित अन्य ठगी के मामलों को भी खंगाला जा रहा है. फिलहाल तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही अन्य सहयोगियों की गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है.