अमेरिकी राष्ट्रपति के आदेश पर ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया. इस हमले के बाद ईरान ने कहा कि "अमेरिकियों को पता होना चाहिए कि ईरान को सरेंडर नहीं कराया जा सकता और उनका कोई भी सैन्य दखल अपूरणीय नुकसान का कारण बनेगा." इस घटना से दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध की आशंका बढ़ गई है और रूस, चीन जैसे देशों की प्रतिक्रिया पर सबकी निगाहें हैं.