आज वारदात में बात करेंगे जलीकट्टू और ऐसी ही कई परंपरा के बारे में. बहुत बारीक सी लाइन है आस्था और अंधविश्वास में. बस इसी को समझने की ज़रूरत है. अगर कायदे से समझाया जाता तो शायद लोग समझ भी जाते. मगर इन दोनों के दरमियान सियासत भी घुस जाए तो लकीर थोड़ी और मोटी हो जाती है. और फिर अंधविश्वास में भी विश्वास जगा दिया जाता है. देखें वारदात.