अमेरिका की वैश्विक दखलंदाजी का मुख्य कारण डॉलर का प्रभुत्व है, और जिन देशों ने इसे चुनौती दी, उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़े हैं. ब्रिक्स देश और भारत अपनी नई करेंसी लाने तथा सोने का भंडार बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं, जिससे डॉलर के प्रभुत्व को चुनौती मिल रही है. ईरान द्वारा होरमुज जलडमरूमध्य को बंद करने की धमकी से वैश्विक तेल व्यापार और कीमतों पर बड़ा असर पड़ सकता है.