अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया, जिसमें 2 लाख किलोग्राम बारूद बरसाया गया और 4000 करोड़ रुपये खर्च हुए. इस हमले के बाद ईरान के परमाणु कार्यक्रम की निगरानी करने वाली संस्था ने कहा कि उनका नुक्लेअर प्रोग्राम बिना रुकावट दूसरी जगह पर चलता रहेगा.