कोरोना महामारी के दौरान लागू किए गए लॉकडाउन का हमारी ज़िंदगी के हर पहलू पर असर हुआ है. अब एक रिपोर्ट सामने आई है जिसके मुताबिक भारत में क़रीब तेरह लाख महिलाओं और युवतियों को लॉकडाउन के दौरान गर्भनिरोधक नहीं मिल पाए जिसकी वजह से अनचाहे गर्भ के मामले बढ़े हैं. वहीं 37 देशों में किए गए अध्ययन के मुताबिक जनवरी से जून के बीच गर्भनिरोधक नहीं ले पाने वाली महिलाओं की तादाद पिछले साल के मुताबिक बीस लाख अधिक है. महिलाओं को गर्भनिरोधक न मिल पाने का क्या असर हो सकता है और इसकी वजहें क्या हैं, यही समझने के लिए पूनम कौशल ने बात की फाउंडेशन फॉर रिप्रोडेक्टिव हेल्थ सर्विसेज़ इंडिया के सीईओ चंद्रशेखर से.