राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक और बड़ी कार्रवाई हुई है. मंगलवार को इंदौर के जिस फ्लैट में राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी हत्या के बाद छिपी हुई थी, उसके मालिक लोकेंद्र सिंह तोमर को तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय पुलिस को सौंप दिया गया. लोकेंद्र को सोमवार को ग्वालियर के गांधी नगर क्षेत्र में स्थित एक फ्लैट से पकड़ा गया था. डीसीपी (क्राइम), इंदौर की सूचना पर ग्वालियर पुलिस ने उसे मोहना थाने में हिरासत में रखा था. मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 72 घंटे के ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय पुलिस को सौंप दिया गया. अब उसे इंदौर ले जाया गया है और फिर दिल्ली और गुवाहाटी होते हुए शिलांग ले जाया जाएगा.
सबूत छिपाने और नष्ट करने का आरोप
मेघालय पुलिस के अनुसार, लोकेंद्र सिंह तोमर पर सबूत छिपाने और नष्ट करने का आरोप है. सोनम ने अपने पति की हत्या के बाद जो सामान छिपाया था, उसे इसी फ्लैट में रखा गया था. पुलिस को शक है कि उस बैग में हत्या से जुड़े अहम सबूत थे.
हालांकि लोकेंद्र ने पुलिस हिरासत में मीडिया से बात करते हुए खुद पर लगे आरोपों को झूठा बताया. उन्होंने कहा, 'मुझे मामले की जानकारी नहीं थी. मैंने फ्लैट किराए पर दिया था. बैग मेरे पास नहीं था. सिर्फ जेम्स नामक व्यक्ति से संपर्क था.' इस केस में अब तक सोनम, उसका प्रेमी राज कुशवाहा, तीन सुपारी किलर और अन्य सहयोगियों सहित कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
क्या है पूरा मामला?
राजा रघुवंशी और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी. 20 मई को दोनों मेघालय हनीमून पर गए थे. 23 मई को वे शिलांग से 65 किमी दूर सोहरा में लापता हो गए. 2 जून को राजा का शव झरने के पास एक खाई से बरामद हुआ. हत्या के बाद सोनम ने कई राज्यों से होते हुए 8 जून को गाजीपुर (यूपी) में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया.