मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह के विवादित बयान पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. वह रीवा जिले के दिव्यगवां में एक कॉलेज के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. जब मीडिया ने उनसे कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए गए बयान के बारे में सवाल किया, तो उन्होंने जवाब देने से बचते हुए सिर्फ इतना कहा, 'छोड़ो-छोड़ो, हो गया हो गया' इसके बाद मुख्यमंत्री बिना कुछ कहे आगे बढ़ गए.
क्या है पूरा मामला
मामला उस बयान से जुड़ा है जो विजय शाह ने कुछ दिन पहले एक सार्वजनिक सभा में दिया था. उन्होंने सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी का नाम लिए बिना पाकिस्तान के खिलाफ सेना की कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए कहा था-हमने उनकी बहन भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करवाई. यह बयान तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और भारी विवाद खड़ा हो गया.
हाई कोर्ट ने लिया संज्ञान
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने इस बयान पर सख्त रुख अपनाते हुए स्वत: संज्ञान लिया और चार घंटे के भीतर विजय शाह के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया. कोर्ट ने इस बयान को संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ बताया और टिप्पणी की कि इस तरह का व्यवहार मंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को शोभा नहीं देता. हाईकोर्ट की इस सख्ती के बाद पुलिस ने जल्द ही विजय शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. हालांकि, इसके तुरंत बाद विजय शाह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और एफआईआर पर रोक लगाने की मांग की.
सुप्रीम कोर्ट की फटकार
सुप्रीम कोर्ट ने भी मंत्री के बयान को लेकर कड़ी टिप्पणी की. सीजेआई बीआर गवई ने विजय शाह को फटकार लगाते हुए कहा- आप मंत्री हैं, क्या इस तरह की भाषा शोभा देती है? जब देश आतंकवाद जैसी गंभीर स्थिति से गुजर रहा हो, उस समय जिम्मेदारी के पद पर बैठे व्यक्ति से ऐसा बयान अपेक्षित नहीं होता. विजय शाह के वकील ने दलील दी कि बयान को मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया है और उनके मुवक्किल ने माफी भी मांग ली है. इस पर कोर्ट ने कहा कि अगर ऐसा था तो आप पहले हाईकोर्ट के सामने क्यों नहीं गए? अदालत ने यह भी साफ कर दिया कि वह एफआईआर पर कोई रोक नहीं लगाएगी और मामले की सुनवाई अगले दिन तय की.
उमा भारती ने की बर्खास्तगी की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने भी इस मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव को टैग किया और लिखा-हमारे राज्य के मेरे सगे भाई जैसे प्रिय मंत्री को या तो हम बर्खास्त करें या वह इस्तीफा दे दें, क्योंकि उनका असभ्य कथन हम सबको शर्मिंदा कर रहा है. उनकी बर्खास्तगी में असमंजस आश्चर्य का विषय है.
विजय शाह ने मांगी माफी
बढ़ते विवाद के बीच विजय शाह ने आजतक से बात करते हुए माफी मांग ली. उन्होंने कहा- मैंने सपने में भी कर्नल सोफिया बहन के बारे में कुछ गलत नहीं सोचा. मैं सेना और देश की बहनों का बहुत सम्मान करता हूं. अगर जोश में कोई गलत शब्द निकल गया हो, तो मैं क्षमा चाहता हूं. मेरा परिवार भी सेना से जुड़ा है. मैंने उन बहनों के दर्द को महसूस करते हुए बयान दिया था, जिनके पति या बेटे आतंकियों की वजह से शहीद हो गए. सोफिया बहन ने देश की सेवा की है, मैं उन्हें सलाम करता हूं.