जहां गुरु को भगवान का दर्जा दिया जाता है, वहां एक शिक्षक ने उस रिश्ते को शर्मसार कर दिया. ऐसा हाँ मामला मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले से सामने आया है. यहां के वर्धमान स्कूल में पढ़ाने वाले 35 वर्षीय शिक्षक विनीत जैन ने अपनी ही छात्रा से शादी कर ली. यह छात्रा स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ती थी और शिक्षक उससे आधी उम्र की है. शादी का खुलासा तब हुआ जब छात्रा शाम तक घर नहीं लौटी और परेशान माता-पिता उसे ढूंढते हुए थाने पहुंचे.
थाने में जब परिजनों ने बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करानी चाही, तो पुलिस ने जो दस्तावेज उनके हाथ में दिया. वह उन्हें स्तब्ध कर गया. यह लड़की और उसके शिक्षक की कोर्ट मैरिज का सर्टिफिकेट था. जांच में सामने आया कि छात्रा के बालिग होते ही शिक्षक ने उसे शादी के लिए उकसाया और फिर दोनों ने चुपचाप कोर्ट मैरिज कर ली.
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बताया जा रहा है कि शिक्षक लंबे समय से छात्रा के संपर्क में था और उसे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया. लड़की के 18 वर्ष की आयु पूरी करते ही वह उसे भगाकर ले गया और शादी कर ली. घटना के बाद छात्रा के माता-पिता गहरे सदमे में हैं. मां ने कहा, जब स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक ही बेटियों के साथ ऐसा करेंगे, तो गरीब माता-पिता बेटियों को कैसे सुरक्षित महसूस करके पढ़ने भेजें?
वहीं, पिता ने कहा कि उन्होंने पहले भी शिक्षक विनीत को चेताया था, लेकिन उसने उनकी बातों की परवाह नहीं की. अब लड़की के बालिग होने के बाद उसने चालाकी से कोर्ट मैरिज कर ली. परिजन ने इस मामले में शिक्षक के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही की मांग की है. समाज में गुरु-शिष्य संबंधों की मर्यादा को लांघने वाली यह घटना न केवल पीड़ित परिवार के लिए सदमा है, बल्कि यह शिक्षण संस्थानों की नैतिक जिम्मेदारियों पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है.