मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हाल के महीनों में लव जिहाद के कई सनसनीखेज मामले सामने आने के बाद राज्य साइबर पुलिस ने युवतियों और महिलाओं के लिए एक विशेष एडवाइजरी जारी की है. इसमें अंतरंग फोटो या वीडियो न बनाने, न ही मोबाइल में सेव करने और स्कूल-कॉलेज या सोशल मीडिया पर अनजान व्यक्तियों से दोस्ती न करने की सलाह दी गई है. यह कदम भोपाल के एक प्राइवेट कॉलेज में हिंदू युवतियों को प्रेमजाल में फंसाकर ब्लैकमेल करने के मामले में चार्जशीट दाखिल होने के बाद उठाया गया है.
राज्य साइबर पुलिस ने अपनी एडवाइजरी में कहा, ''वर्तमान में जालसाज या संगठित गिरोह द्वारा छात्राओं और महिलाओं के साथ यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग के मामले सामने आ रहे हैं. इनमें महिलाओं को फर्जी प्रेमजाल में फंसाकर उनके अश्लील या अंतरंग वीडियो बनाकर यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग की जाती है.''
फंसाने का तरीका
पुलिस के अनुसार, ''स्कूल-कॉलेज, कोचिंग या सोशल मीडिया के माध्यम से जालसाज युवतियों और सिंगल महिलाओं को निशाना बनाते हैं. ये लोग महंगी लाइफस्टाइल, लग्जरी गाड़ियों और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का दिखावा करते हैं. कई बार उनके गिरोह में सहयोगी महिलाएं भी शामिल होती हैं. शुरू में जालसाज शालीन और सहयोगी व्यवहार कर युवतियों का विश्वास जीत लेते हैं. फिर उन्हें पब, रेस्टोरेंट, होटल या ढाबों पर ले जाकर नशे की लत लगवाते हैं. नशे की हालत में उनका यौन शोषण किया जाता है. इन जगहों पर छुपे कैमरों से अश्लील फोटो और वीडियो बनाए जाते हैं, जिनका इस्तेमाल ब्लैकमेलिंग के लिए होता है. पीड़िताओं को गिरोह के अन्य सदस्यों से यौन संबंध बनाने और अपनी सहेलियों को लाने के लिए मजबूर किया जाता है. कुछ मामलों में जबरन शादी, धर्मांतरण, मानव तस्करी और देह व्यापार जैसे अपराधों में भी धकेला जाता है.''
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बचाव के उपाय
साइबर पुलिस ने युवतियों और महिलाओं को निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
- अंतरंग या आपत्तिजनक फोटो/वीडियो मोबाइल में न बनाएं, न संग्रह करें और न ही किसी को बनाने दें.
- सोशल मीडिया, स्कूल या कॉलेज में बिना सत्यापन के अनजान व्यक्तियों से दोस्ती न करें.
- किसी की लग्जरी जीवनशैली के लालच में न आएं और नशे से दूर रहें.
- ऑनलाइन फ्रेंड से एकांत में अकेले न मिलें.
- ऐसी घटनाओं की तुरंत शिकायत नजदीकी पुलिस थाने, www.cybercrime.gov.in या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर करें.