साहित्य आज तक 2017 के सत्र 'शहीद की कहानी' में लेखिका रचना बिष्ट रावत, दीक्षा द्विवेदी और पत्रकार व लेखक गौरव सावंत ने हिस्सा लिया. रचना ने बताया कि फौजियों की कहानी लिखने से ज्यादा कठिन काम उनके लिए होता है, जो उसको बयां करते हैं. वहीं दीक्षा द्विवेदी ने सेना का हिस्सा होने का असल मतलब बताया.