साहित्य आज तक 2017 के मुशायरे में शायर कलीम कैसर ने साहित्य आज के आयोजन को नागफनी के जंगल में गुलाब का फूल खिलाने की कोशिश करार दिया. कलीम कैसर ने इश्क पर 'इश्क करो तो पागल कर दो या फिर खुद पागल हो जाओ' शायरी सुनाई.
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