साहित्य आज तक 2017 के सातवें सत्र में मुशायरे का आयोजन किया गया. इस सत्र में अपनी शायरी से दिलों में खुशमिजाजी पैदा करने वाले आलोक श्रीवास्तव ने गज़ल के सफर पर बात करते हुए प्यार और भारत के पड़ोसी मुल्क के साथ-साथ मां पर शायरी सुनाई.
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