साहित्य आज तक के मंच पर वीर रस के मशहूर कवि हरिओम पंवार ने 'ये वीर रस है' सेशन में अपनी कविताओं से दर्शकों का मन मोह लिया.
कवि हरिओम ने कहा कि काले धन पर उठाया गया सरकार का कदम बहुत ही सराहनीय है.
हरिओम पंवार ने मैं जयप्रकाश नारायण के आंदोलन की कोख से पैदा हुआ कवि हूं.
कवि हरिओम ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए ये कविता सुनाई....
मैं केशव का पाञ्चजन्य भी गहन मौन मे खोया हूं
उन बेटों को श्रद्धांजलियां लिखते-लिखते, रोया हूं
जिस माथे की कुमकुम बिन्दी वापस लौट नहीं पाई
चुटकी, नथ, पाजेब ले गई कुर्बानी की अमराई
बहनों की राखियां जल गई हैं बर्फीली घाटी में....