साहित्य आजतक के मंच पर लेखक और फिल्म निर्देशक राकेश मेहरा ने दिल्ली से लेकर मुंबई तक सफ़र के कई रोमांचक किस्से सुनाए. जैसे कामयाब फिल्म डायरेक्टर बनने से पहले कैसे ट्रेन में यात्रा करते थे, कौन से खेल खेलते थे. इसके साथ ही उन्होंनेे वो किस्सा भी साझा किया जब उन्होंने गुलजार से मिलने के लिए झूठ बोला था.
दुनिया में भारतीय भाषाओं के सबसे बड़े मेले 'साहित्य आज तक' में युवा कलाकारों के लिए 'माइक के लाल' मंच सजाया गया था, जहां 1100 से अधिक उभरते युवा कलाकारों को अपनी रचनाएं पढ़ीं.
Sahitya Aajtak 2022: तीन दिन तक चले आजतक के स्पेशल इवेंट साहित्य आजतक के मंच पर कलाकारों की महफिल सजी. 'सख्त जान थकने न दे' सेशन में स्क्रीनराइटर, गीतकार और क्रिएटिव प्रोड्यूसर जयदीप साहनी ने अपनी कहानी बताई कि कैसे उन्होंने एक इंजीनियर से बॉलीवुड तक का सफर तय किया.
Sahitya Aajtak 2022: साहित्य के इस मंच पर ‘कथा नायक’ कार्यक्रम का हिस्सा बने लेखक और इतिहासकार हिंडोल सेनगुप्ता और विक्रम संपत. साहित्य आजतक के इस सेशन में भारत के असली नायकों के बारे चर्चा की गई ताकि आज के युवा पीढ़ी को भारत के नायकों के बारे में पता चल सके. देखे हिंडोल सेनगुप्ता ने क्या कहा.
Sahitya Aajtak 2022: तीन दिन तक चले आजतक के स्पेशल इवेंट साहित्य आजतक के मंच पर कलाकारों की महफिल सजी. किताबों, फिल्मों, गानों पर चर्चा हुई. इसी कड़ी में 'नई वाली बात' सेशन में लेखक प्रभात रंजन ने अपनी किताब एक्सवाई का जेड और कोठागोई को लेकर बात की और बताया की इसका आईडिया कहाँ से आया.
Sahitya Aajtak 2022: तीन दिन तक चले आजतक के स्पेशल इवेंट साहित्य आजतक के मंच पर कलाकारों की महफिल सजी. किताबों, फिल्मों, गानों पर चर्चा हुई. इसी कड़ी में 'नई वाली बात' सेशन में लेखक, प्रभात रंजन और लेखिकाएं विजय श्री तनवीर और प्रत्यक्षा सिन्हा ने शिरकत की.
चेतन भगत से आज के युवा समझें कि उम्र में करियर पर सबसे ज्यादा ध्यान कब देना चाहिए, सुनिए.
Sahitya Aajtak 2022: साहित्य आजतक के मंच पर जहां एक ओर कलाकारों की महफिल सजी तो वहीं दूसरी ओर शेर-ओ-शायरी का सिलसिला भी चला. देश के कई मशहूर कवियों और शायरों ने याद-ए-राहत' सेशन में अपनी शायरियों और नज्मों से दर्शकों का दिल जीत लिया. आप भी सुनें शायर राजेश रेड्डी की दिल छू ली वाली शायरियां.
साहित्य का महाकुंभ साहित्य आजतक 2022 18 नवंबर से शुरू हो गया है. दिल्ली में स्थित मेजर ध्यानचऺद नेशनल स्टेडियम में यह महाकुंभ 18 नवंबर से 20 नवंबर तक चलेगा. जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत को करुणा का भूमंडलीकरण करना चाहिए तो देखें जवाब में क्या बोले कैलाश सत्यार्थी.
Sahitya Aajtak 2022: साहित्य आजतक के मंच पर जहां एक ओर कलाकारों की महफिल सजी है तो वहीं दूसरी ओर शेर-ओ-शायरी का सिलसिला भी जारी है. शायर शीन काफ़ निज़ाम ने भी श्रोताओं की खिदमत में अपने नज्म पेश किए. देखें ये वीडियो
Sahitya Aajtak 2022: साहित्य आजतक के मंच शायरों व कलाकारों की महफिल जम रही है. शायर नवाज देवबंदी ने भी अपने नज्म पेश कर श्रोताओं की वाहवाही लूटी. नवाज देवबंदी ने अपना नज्म पेश किया- 'एक नई जागीर बनाना चाहते हैं'. देखें ये वीडियो
Sahitya Aajtak 2022: साहित्य आजतक के मंच पर दिग्गजों की महफिल जुट रही है. शायर वसीम बरेलवी ने अपने नज्म सुनाकर कार्यक्रम की रंगत में चार चांद लगा दिए. वसीम बरेलवी ने अपना नज्म सुनाया- 'तीर अपनी तेज़ रफ्तारी से कब जाने गए'. देखें ये वीडियो
साहित्य आजतक के मंच से राजू श्रीवास्तव को श्रद्धांजलि दी गई. सुनील पाल, एहसान कुरैशी समेत कई कवियों और आर्टिस्ट ने उन्हें याद किया. एहसान कुरैळी ने राजू को याद करते हुए बताया कि कैसे राजू बच्चन साहब की तरह थे.
शब्द-सुरों के महाकुंभ, साहित्य आजतक के तीसरे दिन 'सुनो कवि' सेशन में जाने-माने कवियों ने शिरकत की. इनमें लीलाधर जगूड़ी , नंद किशोर आचार्य और नरेश सक्सेना शामिल थे. 'सच बोलने वाले का रहना मुश्किल हो रहा है', क्या कविता को प्रचार की आवश्यकता है? इस सवाल का नरेश सक्सेना ने दिया जवाब.
'साहित्या आजतक 2022' के मंच पर फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर डायरेक्टर राकेश ओमप्रकाश मेहरा पहुंचे थे. उन्होंने अपनी शुरुआती करियर, गुलजार साहब से पहली मुलाकात, दिल्ली में हुई परवरिश और किस तरह वह इंडस्ट्री के जाने-माने डायरेक्टर बने, यह पूरी कहानी बताई. साथ ही उन्होंने बताया कि रंग दे बसंती जो काफी चर्चित फिल्म रही जब उसकी आलोचना की गई तो उस आलोचना को कैसे लिया.
साहित्य आजतक में मंच पर कलाकारों का महा कुंभ सजा हुआ है. आयोजन के दूसरे कई सारे कवि, संगीतकार, आर्टिस्ट आए. जिन्होंने अपनी कला से सबका मनोरंजन किया. इसी लिस्ट में आगे आए बीजेपी सांसद और एक्टर-गायक मनोज तिवारी. मनोज तिवारी ने सभी को अपने गानों से मन-मुग्ध कर दिया
'साहित्या आजतक 2022' के मंच पर फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर डायरेक्टर राकेश ओमप्रकाश मेहरा पहुंचे थे. उन्होंने अपनी शुरुआती करियर, गुलजार साहब से पहली मुलाकात, दिल्ली में हुई परवरिश और किस तरह वह इंडस्ट्री के जाने-माने डायरेक्टर बने, यह पूरी कहानी बताई. साथ ही उन्होंने बताया कि रंग दे बसंती जो काफी चर्चित फिल्म रही जब उसकी आलोचना की गई तो उस आलोचना को कैसे लिया.
साहित्य आजतक में मंच पर कलाकारों का महा कुंभ सजा हुआ है. आयोजन के दूसरे कई सारे कवि, संगीतकार, आर्टिस्ट आए. जिन्होंने अपनी कला से सबका मनोरंजन किया. इसी लिस्ट में आगे आए बीजेपी सांसद और एक्टर-गायक मनोज तिवारी. मनोज तिवारी ने सभी को अपने गानों से मन-मुग्ध कर दिया
साहित्य आजतक 2022 के आखिरी दिन, रविवार 20 नवंबर को फिल्म इंडस्ट्री के बेहतरीन लेखकों ने ओटीटी के बारे में बात की. वेब सीरीज महारानी के राइटर उमा शंकर, मणि रत्नम की फिल्म पोन्नियिन सेल्वन 1 के राइटर दिव्य प्रकाश दुबे और वेब सीरीज स्कैम 1992 के राइटर वैभव विशाल ने 'ओटीटी के जलवे' के बारे में बात की. वहीं उन्होंने हिंदी की महत्वता पर भी बात की. उमा शंकर सिंह ने कहा 'हिंदी में हम बोलते हैं तो स्वाद आता है जो अंग्रेजी में नहीं'.
साहित्य आजतक में मंच पर कलाकारों का महा कुंभ सजा हुआ है. आयोजन के दूसरे कई सारे कवि, संगीतकार, आर्टिस्ट आए. जिन्होंने अपनी कला से सबका मनोरंजन किया. इसी लिस्ट में आगे आए बीजेपी सांसद और एक्टर-गायक मनोज तिवारी. मनोज तिवारी ने सभी को अपने गानों से मन-मुग्ध कर दिया
Sahitya Aaj Tak 2022: दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में 'साहित्य आजतक 2022' के तीसरे दिन स्वर्गीय राहत इंदौरी साहब की याद में ये मुशायरे की महफिल सजी. इसमें कई बड़े नामों के साथ स्वर्गीय राहत साहब के बेटे सतलज इंदौरी ने भी शिरकत की. सतलज ने अपने पिता को याद करते हुए बेहतरीन शेर पढ़े. देखें ये वीडियो.