
How much almonds help in blood sugar control: ब्लड शुगर कंट्रोल में रखना बहुत ज़रूरी है, खासकर डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए. सही खान-पान, नियमित व्यायाम और दवाओं का पालन करके इसे नियंत्रण में रखा जा सकता है. आपमें से कई लोग ऐसे होंगे जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए कई सारे तरीके अपनाते हैं लेकिन फिर भी उन्हें अधिक फायदा नहीं मिलता. एक हालिया स्टडी में सामने आया है कि रोजाना बादम का सेवन करना एशियाई भारतीयों जैसी विशिष्ट आबादी में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है.
बादाम और कार्डियोमेटाबोलिक हेल्थ
बादाम और कार्डियोमेटाबोलिक हेल्थ पर पहले से मौजूद रिसर्चों की तुलना करते हुए रिसर्चर्स और डॉक्टर्स की एक टीम ने कहा कि बादाम 'खराब' कोलेस्ट्रॉल को कम करके और हेल्दी आंत बैक्टीरिया को बढ़ाकर मेटाबॉलिक हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं.
यह रिसर्च 'करंट डेवलपमेंट्स इन न्यूट्रिशन' नाम की मैग्जीन में पब्लिश हुई है. इसमें हार्ट के लिए हेल्दी वजन को हबनाए रखने वाले और पेट के लिए अनुकूल भोजन के रूप में बादाम की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया गया है.
एक्सपर्ट्स ने बताया है कि एशियाई भारतीयों में कार्डियोमेटाबोलिक बीमारियों की बढ़ती दर चिंता का विषय है. फोर्टिस सेंटर फॉर डायबिटीज, ओबेसिटी एंड कोलेस्ट्रॉल के चेयरमैन डॉ. अनूप मिश्रा ने बताया कि रिसर्च के निष्कर्षों से संभावित रूप से विशिष्ट आबादी को फायदा मिल सकता है.
बादाम खाने से एलडीएल या 'खराब' कोलेस्ट्रॉल 5 यूनिट तक कम हो गया था तथा डायस्टोलिक ब्लडप्रेशर 0.17-1.3 mmHg कम हो गया था.
कितने बादाम खाने से होगा फायदा
रोजाना बादाम खाने से फास्टिंग के दौरान ब्लड शुगर और HbA1C को कम करने में मदद मिल सकती है, विशेष रूप से प्री-डायबिटीज से पीड़ित एशियाई भारतीयों में.
रिसर्च के राइटर्स ने वजन घटाने में बादाम की भूमिका पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने लिखा, 'कुछ सबूत बताते हैं कि प्रतिदिन 50 ग्राम से अधिक बादाम खाने से कुछ रिसर्चर्स के शरीर के वजन में भी कमी आई थी.'
इसके अलावा, हेल्दी गट बैक्टीरिया की ग्रोथ को बढ़ावा देने और लघु-श्रृंखला फैटी एसिड के प्रोडक्शन को बढ़ाकर बादाम आंत की हेल्थ बेहतर करने में मदद कर सकते हैं.
बादाम भी बैलेंस डाइट में अहम भूमिका निभाते हैं. ये प्रोटीन, फाइबर और अनसैचुरेटेड फैट से भरपूर होते हैं. इसके अलावा, बादाम में मौजूद प्रोटीन वर्कआउट के बाद मांसपेशियों की रिकवरी में मदद करते हैं.