> बाप (बेटे से)- तुम मुझे अपना बाप नहीं बल्कि अपना दोस्त समझो
तुम मुझसे कुछ भी खुलकर कह सकते हो
बेटा- सुन भाई वो पड़ोस वाले शर्मा की जो बेटी है उसका नंबर दिलवा दे
फिर क्या चप्पल टूटने तक जमकर हुई कुटाई!
> लड़का जैसे ही कॉलेज में पहुंचा, खुशी से उछलने लगा
दोस्त- क्या हुआ, इतना खुश कैसे है?
लड़का- आज पहली बार मुझसे किसी लड़की ने मेट्रो में बात की है,
दोस्त- वाह भाई, क्या बात हुई?
लड़का- मैं बैठा था, वो बोली- उठ ये लेडीज सीट है.
> टीचर- मैं जो पूछू उसका जवाब फटाफट देना
संजू- जी सर
टीचर- भारत की राजधानी बताओ?
संजू- फटाफट
टीचर ने की संजू की जोरदार पिटाई!
> एक बार बस के कंडक्टर ने चिंटू से पूछा - तुम हर रोज दरवाजे के पास ही खड़े रहते हो,
तुम्हारा बाप चौकीदार है क्या?
चिंटू बहुत ही शरारती था
बोला - तुम हमेशा मुझसे पैसे मांगते रहते हो, तुम्हारा बाप भिखारी है क्या?
> टीचर- इस मुहावरे को वाक्य में प्रयोग करके बताओ- 'मुंह में पानी आना...'
छात्र- जैसे ही मैंने नल की टोंटी से मुंह लगाकर नल चालू किया- 'मेरे मुंह में पानी आ गया…'
टीचर- गेट आउट.
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> मास्टर जी- अगर पृथ्वी के अंदर लावा है तो बाहर क्या है?
संजू - मास्टर जी बाहर ओप्पो और वीवो है!
> देवर: भाभी आप इतनी अच्छी चटनी कैसे बना लेती हो?
भाभी: चटनी बनाते वक्त आपके भाई का ध्यान कर लेती हूं,
कूटने में आसानी होती है
भाभी की बात सुनकर देवर को लगा झटका!
> देवर के सिर पर चोट लगी.
भाभी- ये कैसे हुआ देवर जी?
देवर- भाभी जी, मैं ईंट से पत्थर तोड़ रहा था.
भाभी- तो सिर पर कैसे चोट लग गई?
देवर- मुझे एक पड़ोसी ने कहा कि कभी दिमाग का इस्तेमाल भी कर लिया कर!
> डॉक्टर - मरीज को 1 घंटे पहले लाते तो हम इसे बचा लेते...
सोनू- 10 मिनट पहले तो एक्सीडेंट हुआ,
1 घंटे पहले कैसे लाते...?
> डॉक्टर - क्या बात है?
पिंटू - जी, कुत्ते ने काट लिया है.
डॉक्टर - तुमने बाहर बोर्ड पर लिखा नहीं पढ़ा,
मरीज देखने का समय केवल सुबह 8 से 11 बजे तक है और तुम एक बजे आये हो.
पिंटू- जी मैंने तो पढ़ लिया था, पर कुत्ते ने नहीं पढ़ा था.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)