नैनीताल में मुस्लिम समुदाय ने बच्ची से दुष्कर्म के मामले में आरोपी मोहम्मद उस्मान खान के खिलाफ बड़ा और सख्त कदम उठाते हुए उसे समाज से पूरी तरह बहिष्कृत कर दिया है. आरोपी अब न तो मस्जिद में प्रवेश कर सकेगा और न ही किसी धार्मिक आयोजन में शामिल हो पाएगा. यह फैसला समुदाय से जुड़े लोगों की आपात बैठक के बाद लिया गया.
कड़ी सजा की मांग
मुस्लिम समाज ने आरोपी उस्मान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए सरकार से निष्पक्ष और कठोर जांच की अपील की है. समाज के वरिष्ठ लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाना चाहिए.
इलाज से लेकर पढ़ाई तक का खर्च उठाएगा समाज
इस मामले में मुस्लिम समुदाय ने संवेदनशीलता दिखाते हुए पीड़ित बच्ची के इलाज से लेकर उसकी पढ़ाई तक का संपूर्ण खर्च उठाने की घोषणा की है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि पीड़ित परिवार को किसी भी तरह की मदद की जरूरत होगी, तो पूरा समाज उनके साथ खड़ा रहेगा.
अवैध रूप से रह रहे बाहरी लोगों के सत्यापन की मांग
इसके साथ ही मुस्लिम समाज ने एक और अहम मुद्दा उठाते हुए प्रशासन से अवैध रूप से रह रहे बाहरी लोगों के सघन सत्यापन की मांग की है. उन्होंने कहा कि बाहरी और संदिग्ध लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जानी चाहिए. समाज ने इस दिशा में प्रशासन को हर संभव सहयोग देने की बात कही है.
गौरतलब है कि इस घटना के बाद शहर में भारी हंगामा हुआ, जिससे तनाव का माहौल पैदा हो गया. इसका असर न सिर्फ स्थानीय जनजीवन पर पड़ा, बल्कि पर्यटन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. पर्यटक लौटने लगे हैं, होटलों और होमस्टे की बुकिंग रद्द की जा रही है. लॉकडाउन के बाद पहली बार नैनीताल इतना सन्नाटा और खामोशी झेल रहा है.
क्या है पूरा मामला?
नैनीताल में 12 अप्रैल को एक 14 वर्षीय नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई। छात्रा जब बाजार से घर लौट रही थी, तभी पड़ोस में रहने वाले 73 वर्षीय उस्मान ने उसे दो सौ रुपये का लालच देकर अपनी कार में जबरन बैठा लिया। पीड़िता के अनुसार, आरोपी ने कार में चाकू दिखाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। घटना से डरी-सहमी बच्ची कुछ दिनों तक चुप रही, लेकिन बाद में उसने सारी बात अपनी बड़ी बहन को बताई। दोनों बहनें नैनीताल के रुकुट कंपाउंड में रहती हैं. जब परिजन को इसकी जानकारी हुई, तो वे मल्लीताल कोतवाली पहुंचे और आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.